2025 की थीम: “अपना रक्तचाप सही तरीके से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जिएं”

डॉ गिरीश अनेजा
प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष
आन्तरिक चिकित्सा विभाग

हर साल 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) के कारणों, प्रभावों और इसके रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलाना है। इस दिन की शुरुआत विश्व उच्च रक्तचाप संघ द्वारा 2005 में की गई थी। इसका मकसद लोगों को समय पर पहचान, रोकथाम और सही उपचार के लिए प्रेरित करना है।2025 की थीम: “अपना रक्तचाप सही तरीके से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जिएं”इस साल की थीम एक बार फिर से इस बात पर ज़ोर देती है कि सटीक रक्तचाप मापन सही निदान और उपचार के लिए कितना जरूरी है। बहुत से लोगों को यह पता ही नहीं चलता कि उन्हें उच्च रक्तचाप है, जब तक कि वह किसी गंभीर बीमारी का रूप न ले ले। सही मापन, इस खामोश हत्यारे से लड़ने की दिशा में पहला कदम है।

जाने हाइपरटेंशन क्या है ?

डॉ अरुण सिंह
प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष
सामुदायिक चिकित्सा विभाग

जब धमनियों  में रक्त का दबाव लगातार अधिक होता है, तो उसे उच्च रक्तचाप कहा जाता है। यदि रक्तचाप 140/90 मिमी एचजी या उससे अधिक हो, तो वह हाइपरटेंशन की श्रेणी में आता है। यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह हृदय रोग, स्ट्रोक, गुर्दा फेल होना और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में 1.28 अरब से अधिक लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, और इनमें से लगभग आधे लोगों को अपनी इस स्थिति का पता तक नहीं है। यह विश्व में समय से पहले मौत का एक प्रमुख कारण है, विशेषकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में, जहां स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित हैं।

उच्च रक्तचाप का कारण

डॉ गरिमा सिंह
सहायक आचार्य
आन्तरिक चिकित्सा विभाग

अस्वस्थ आहार (ज्यादा नमक, वसा और चीनी)
• शारीरिक गतिविधि की कमी
• मोटापा
• अधिक शराब या तंबाकू का सेवन
• तनाव
• वंशानुगत कारण

रोकथाम और नियंत्रण

  1. • नियमित रूप से रक्तचाप की जांच कराएं
    • स्वस्थ खानपान अपनाएं (जैसे DASH डाइट)
    • नियमित व्यायाम करें
    • नमक और चीनी का सेवन कम करें
    • धूम्रपान न करें और शराब सीमित करें
    • तनाव को नियंत्रित करें
    • डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाएं नियमित लें

जागरूकता क्यों जरूरी है?

हाइपरटेंशन को अक्सर “साइलेंट किलर (खामोश हत्यारा)” कहा जाता है क्योंकि इसके कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते। जब तक गंभीर स्थिति न बन जाए, तब तक इसका पता नहीं चलता। इसलिए जन जागरूकता, स्वास्थ्य शिविरों और नियमित जांच से हम इसे समय रहते पहचान सकते हैं और गंभीर परिणामों से बच सकते हैं।

इस वैश्विक खतरे को रोका जा सकता है।

विश्व उच्च रक्तचाप दिवस हमें यह याद दिलाता है कि छोटे कदम भी बड़ी राहत ला सकते हैं। यदि हम अपने जीवनशैली में सुधार करें और समय-समय पर रक्तचाप की जांच करवाएं, तो इस वैश्विक खतरे को रोका जा सकता है। आज ही अपना रक्तचाप जांचें और अपने परिवार और दोस्तों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें क्योंकि अपने आंकड़े जानना ही जीवन बचाने की कुंजी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *