विश्व क्षय रोग दिवस पर सरकार ने जिले को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया था
पुरस्कार में मिली धनराशि का पता नहीं मेडल ही बढ़ा रहा शोभा
रिंटू वर्मा
पीलीभीत। जिला क्षय रोग केंद्र के कर्मचारियों की बदौलत ही पिछले वर्ष टीवी मरीजों को खोजने का उपचार में प्रदेश में पहला स्थान मिला था इसको लेकर विश्व क्षय रोग दिवस पर सरकार ने जिले को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया था इसके लिए तत्कालीन जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर हरिदत्त नैमी को बुलाया गया था प्रोत्साहन के तौर पर ₹300000 की धनराशि भी दी गई थी निर्देश थे कि इस धनराशि से 25% क्षय रोग से जुड़े कर्मचारियों को दी जाए 25% की धनराशि सम्मान समारोह वाले कार्यक्रम के आयोजन पर खर्च की जाए एवं 50% की धनराशि संसाधनों की उपलब्धता व रंगाई पुताई के मध्य खर्च करने के आदेश थे। धनराशि मिलने के बाद अब इसका कुछ अता पता नहीं रह गया है कर्मचारी प्रोत्साहन राशि पाने का बीते 1 वर्ष से इंतजार ही कर रहे हैं। जिला क्षय रोग केंद्र पर दिया गया मेडल तो आ गया लेकिन धनराशि का कुछ पता नहीं चल पा रहा है इसको लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आलोक कुमार कहना है की धनराशि कैसे कहां खर्च होगी इसके लेकर कोई उनके पास दिशा निर्देश नहीं है दिशा निर्देशों की जानकारी होने के बाद धनराशि का उपयोग किया जाएगा तो वहीं कर्मचारी प्रोत्साहन राशि न मिलने से मायूस है। यहां बता दें कि इस बार भी 24 मार्च को दिल्ली में जिला क्षय रोग अधिकारी को सम्मानित करने के लिए बुलाया गया है इस बार भी जिले के बेहतर प्रदर्शन पर नकद धनराशि प्रदान की जा सकती है। कर्मचारी इस मिलने वाली धनराशि को लेकर काफी उत्साहित है और आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं।