पीलीभीत स्वशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध अस्पताल, पीलीभीत के पैथोलॉजी विभाग ने परीक्षण सेवाओं में हासिल की उल्लेखनीय उपलब्धि  की है। विभाग प्रतिदिन औसतन 6000 पैथोलॉजिकल जांचें कर रहा है, जो समयबद्ध, सटीक एवं मरीज-केंद्रित सेवाओं के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

वर्तमान में उपलब्ध प्रमुख जांच सेवाएं:

कुल 50 से अधिक प्रकार की जांचें, जिनमें शामिल हैं:
• हार्मोन जांच
• कैंसर मार्कर की जांच
• रक्त का थक्के जमने (कोएगुलेशन) की जांचें
• इलेक्ट्रोलाइट परीक्षण
• एफ.एन.ए.सी. (फाइन नीडल एस्पिरेशन साइटोलॉजी)
• पैप स्मीयर परीक्षण
• बोन मैरो (अस्थिमज्जा) परीक्षण
• नियमित (रूटीन) पैथोलॉजी परीक्षण

(आचार्य एवं विभागाध्यक्ष
पैथोलॉजी)

 

प्रतिदिन मरीजों का रजिस्ट्रेशन 

300–350 पुरुष मरीजों का प्रतिदिन पंजीकरण
• 100 से अधिक महिला मरीजों का प्रतिदिन पंजीकरण

यह आंकड़े विभाग की बढ़ती उपयोगिता और बीमारियों की शीघ्र पहचान में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाते हैं।

 

क्या है भविष्य की योजना-

अगले तीन महीनों के भीतर, विभाग में हिस्टोपैथोलॉजी इकाई की शुरुआत की जाएगी, जो ऊतक स्तर पर रोगों की पहचान में मदद करेगी, विशेषकर कैंसर की सटीक पहचान में।डॉ. विभूति गोयल, विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी विभाग ने कहा:“हम निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर हैं। आगामी हिस्टोपैथोलॉजी यूनिट हमारी सेवाओं में एक महत्वपूर्ण और उन्नत आयाम जोड़ेगी, जिससे सटीक निदान और बेहतर उपचार संभव होगा। इस सन्दर्भ में 15 दिन पहले ही एक डिमांड ड्राफ्ट तैयार करने के बाद भेजा गया था जिसमें स्टाफ़ एवं मेडिकल उपकरणों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने को कहा गया था जिससे हिस्टोपैथोलॉजी की सुविधा उपलब्ध हो सके ताकि मरीजों की कैंसर जैसी बिमारियों की जॉंचे हो सके और इलाज हो सके”

 

क्या कहना है प्राचार्य डॉ संगीता अनेजा का?

डॉ. संगीता अनेजा, प्राचार्य, स्वशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, पीलीभीत ने अपने संदेश में कहा:

“यह संस्थान के लिए गौरव का विषय है कि पैथोलॉजी विभाग ने परीक्षण सेवाओं में इतनी तीव्र प्रगति की है। यह उपलब्धि हमारी टीम के समर्पण और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता का परिणाम है। आगामी हिस्टोपैथोलॉजी सेवा से न केवल रोग पहचान और उपचार की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि यह चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान को भी नई दिशा प्रदान करेगी। हम विभाग को इस सफलता के लिए बधाई देते हैं और भविष्य की योजनाओं के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *