स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय पीलीभीत की प्राचार्या डॉ संगीता अनेजा ने छात्रों को प्रेरित करते हुए यह कहा-♦
“चिकित्सा शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, यह एक निरंतर खोज और समझ की यात्रा है। इस प्रकार के शैक्षणिक मंच छात्रों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करते हैं। मैं सभी प्रतिभागी छात्रों को बधाई देती हूँ और आशा करती हूँ कि वे इसी तरह निष्ठा और समर्पण के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होते रहेंगे।”
डॉ. श्रेयशी, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, शरीर क्रिया विज्ञान विभाग
पीलीभीत स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय पीलीभीत शरीर क्रिया विज्ञान विभाग द्वारा प्रथम वर्ष एम.बी.बी.एस. छात्रों के लिए अंतःस्रावी तंत्र और पाचन तंत्र से संबंधित विषयों पर एक सेमिनार श्रृंखला का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन डॉ. श्रेयशी, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, शरीर क्रिया विज्ञान विभाग के मार्गदर्शन में तथा डॉ. मुकेश, डॉ. स्नेह, डॉ. कमलेश और डॉ. सागर के सहयोग से संपन्न हुआ।इस शैक्षणिक आयोजन में कुल 12 छात्रों ने भाग लिया और उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तैयार किए गए विषयों पर सटीक प्रस्तुति दी। प्रतिभागी छात्रों में जान्वी तै्याल, झलक वर्मा, काजल देवी, प्रशांत, राघव अग्रवाल, यशी मित्तल जैसे छात्रों ने उत्साहपूर्वक अपने विचार प्रस्तुत किए।विषयों में हार्मोन क्रिया के तंत्र, पिट्यूटरी-हाइपोथैलेमिक पथ, दूध स्राव परावर्त, जठर स्राव, पेप्टिक अल्सर, पीलिया के प्रकार, और बिलीरुबिन का नियति जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स शामिल थे।सेमिनार ने छात्रों को गहन अध्ययन का अवसर प्रदान किया और उनके अनुसंधान, प्रस्तुति कौशल एवं आत्मविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि की। संकाय सदस्यों ने छात्रों की तत्परता, विषय पर पकड़ और प्रस्तुति की सराहना की।इस प्रकार की गतिविधियाँ छात्रों को मूल चिकित्सा विज्ञान की गहराई तक समझने में सहायता करती हैं और उनके अकादमिक विकास में अहम भूमिका निभाती हैं।