पीलीभीत । समग्र शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों के लिए एक्सीलरेटिड लर्निंग कैंप से कई दिव्यांग बच्चों का करियर बना। यह कैंप उन बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं रहे । सर्व शिक्षा अभियान के तहत एक्सीलरेटेड लर्निंग कैंप वर्ष 2006 में चलाए गए । इससे पूर्व आवासीय ब्रिज कोर्स के नाम से दिव्यांग बच्चों का भविष्य संभालने के लिए कैंप चलाए गए । कैंप में पंजीकृत दिव्यांग बच्चों के स्वास्थ्य के परीक्षण के साथ-साथ उन्हें सभी आवासीय विद्यालय जैसी सुविधाएं दी जाती रही। ब्रेल लिपि के माध्यम से उन्हें शिक्षा दी जाती रही। कैंप में शुरुआती समय में दियोरी गांव के सलीम ,
बरहा गांव के अमित सहित कई दिव्यांग बच्चों को जिला समन्वयक राकेश पटेल , स्पेशल एजुकेटर मनीष श्रीवास्तव, संजीव मिश्रा,रामदास, सुनील त्रिपाठी ,अनुराधाअग्रवाल , मीना गंगवार आदि ने प्रवेश दिलाया । शुरू में ऐसे दिव्यांग बच्चों के परिवारों से संपर्क कर उन्हें शिक्षा दिए जाने की कवायद की गई । शिक्षा विभाग में इसको लेकर व्यापक प्रचार प्रसार भी कराया। देखते ही देखते कई दिव्यांग बच्चों के अभिव्यक्ति खुद व खुद एक्सीलरेटेड लर्निंग कैंप में संपर्क करने लगे । एक समय आया की सारी सीटें फुल होने लगी। दिव्यांग बच्चों को पढ़ने के लिए इंट्रीनरेट टीचर भी रखे गए। यह टीचर दिव्यांग बच्चों को उनकी विधा में उन्हें पढ़ाने के लिए महारत हासिल किए हुए थे। दियोरी के रहने वाले नौ साल के सलीम नेत्रहीन थे। दिव्यांग अमित भी दृष्टि बाधित दिव्यांग कैटेगरी में आते थे। कैंप में एडमिशन लेने जब आए तो उनकी उम्र महज पांच वर्ष की ही थी। कक्षा आठ की पढ़ाई एक्सीलरेटेड लर्निंग कैंप में हासिल की । दोनों ने कई जगहों से हाई स्कूल, इंटर की पढ़ाई के बाद अमित और सलीम दोनों ने ही दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की शिक्षा हासिल की । ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी ब्रेल लिपि के माध्यम से ही की । अच्छे नंबरों से परीक्षा पास करने की खबर जैसे ही दोनों के परिवारों को मिली तो खुशी तो उनके घर वालों काफी खुश हुए । दियोरी और बरहा गांव के लोग दोनों होनहार दिव्यांग दृष्टि बाधित इन बच्चों की मेहनत के चर्चे अपने मोहल्ले गांव में करने लगे। सलीम वर्तमान में रांची के हाई स्कूल में शिक्षक है । वही अमित एचडीएफसी बैंक में लिपिक के पद पर हैं । दोनों ही दृष्टि बाधित बच्चों के लिए लेखक की व्यवस्था भी जिला समन्वयक राकेश पटेल ने की । दिव्यांग बच्चों से जुड़ाव बराबर जिला समन्वयक से बना रहा । तीन दिसंबर को हर साल विश्व जन दिव्यांग दिवस के मौके समारोह आयोजित कर दिव्यांग बच्चों के मध्य खेलकूद प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं । प्रतियोगिताएं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में आयोजित की जाती है । कई मौकों पर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप गन्ना राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, जिला अधिकारी संजय कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह का रहना हुआ । इस मौके पर दिव्यांग बच्चों को खेलकूद प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने का अवसर मिलता है । दोनों ही दिव्यांग बच्चों को मुख्य अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया गया । दृष्टि बाधित दिव्यांग सलीम और अमित ने पूर्व के अपने अनुभवों को भी साझा कर दिव्यांग बच्चों को एक्सीडेंट लर्निंग कैंप की खूबियां बताई । कोरोना काल के समय से शासन ने दिव्यांग बच्चों के लिए एक्सीलरेटेड लर्निंग कैंप बंद कर दिए । तब से दिव्यांग बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलने में रोड़ा अटक गया है।

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